हिजाब का विरोध कर संवैधानिक अधिकारोका हनन करने वाली प्रवृत्तिपर कठोर कारवाई करे: शेरे-ए - हिंद टिपू सुलतान युवा प्रतिष्ठान की मांग
औसा प्रतिनिधी
हिजाब का विरोध कर संवैधानिक अधिकारोका हनन करने वाली प्रवृत्तिपर कठोर कारवाई करने की मांग को लेकर औसा तहसीलदार कार्यालयमे औसा तहसीलदार मार्फत आज तारीख 8 फरवरी 2022 मंगलवार के रोज शेरे- ए-हिंद टिपू सुलतान (रहे) युवा प्रतिष्ठान की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्रजी मोदी को ज्ञापन दिया गया.
इस ज्ञापन में उन्होंने बताया कर्नाटक के उड्डपी जिले के पि यु महाविद्यालय प्रशासन ने मुस्लिम समुदायके विद्यार्थिनीयोको धार्मिक परिधान "हिजाब"परिधान करणे पर रोग लगा कर देश की गंगा- जमुना तथा संवैधानिक अधिकारो का हनन किया है! वास्तविकत: हमारे देश के संविधान सभी धर्म अनुयायीयों को धर्म प्रचलन अनुसार आचरण तथा परिधान करने का अधिकार प्रदान किया है!
किंतु कुछ विघटनवादी तथा ध्रुवीकरण वादी प्रवृत्तीया देश मे धार्मिक उन्माद को बढावा देकर आराजकता को बढावा देनेका प्रयासरत है.
ऐसी प्रवृत्ती पर समय सूचकता सह अघटित घटाने से पहले कानूनन कठोर शिक्षा तथा प्रतिबंध लगाना अनिवार्य आहे.
न्यायालयाने विद्यार्थिनीयों को परिधान करने का अधिकार प्रदान करणे पर भी उन विद्यार्थिनीयों को
सामुहिक वर्ग के बजाय स्वतंत्र व्यवस्था करके महाविद्यालय प्रशासनाने विकृत मानसिकता का प्रदर्शन किया है. साथ ही प्रशासनद्वारा विद्यार्थिनीयों को डराया एवं अंतर्गत प्रक्रिया से वंचित रखने की धमकी भी दी जा रही है.
उल्लेखीत महाविद्यालय प्रशासन पर कठोर कारवाई करके विद्यार्थिनीयों के संवैधानीक अधिकार प्रदान करणे को आदेशित करे. ऐसी मांग को लेकर शेर-ए -हिंद टिपू सुलतान (रहे) युवा प्रतिष्ठानचे जिल्हाध्यक्ष इल्हाज पटेल, संस्थापक अध्यक्ष एडव्होकेट सय्यद मुस्तफा इनामदार, खाजा शेख,उमर पंजेशा,मोईनोद्दीन शेख,समीर शेख, अल्ताफ शेख, जावेद शेख, काझी मुजाहात, आनंद बनसोडे, नागेश मुगळे, इरफान, आसीफ, इम्रान, सरफराज आदि के इस ज्ञापन पर हस्ताक्षर है!
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